मेरे
प्रिय भाइ एवम बहेनो सिर्फ जय श्रीराम या हर हर महादेव या जय हनुमान कहेने से धर्म
का प्रचार नही होता. हम क्या तब तक किसी को हमारे धर्म के बारे मे बतायेगे जब हमे
खुद हमारे धर्म का पुरा ग्यान नही है. हमारे धर्मग्रंथ दुनिया मे सबसे बडे ओर महान
है. पर टेक्नोलोजी के इस जमाने मे हम सिर्फ उतना ही जानते है जितना टि.वी. ओर
सिरियल मे दिखाते है. मे ये नही कहेता के हमे पुरी जानकारी होनी चाहिये.. पर इतना
तो पता होना चहिये के कोइ यदि 10 सवाल करे रामायण या महाभारत के बारे मे तोह कम से
कम 5 सवाल के जवाब हमे आते होना चाहिये. बस यही सोच कर रमायण एवम महाभारत कि वो
बाते जो कीतबो मे नही लिखि गयी वो आपके सामने रख रहा हु.
रामायण हमारा धर्म ग्रंथ
है.फ़िर भी हम सिर्फ़ इतना ही
जानते हे जितना टी.वी. सीरीयल मे दिखाया जाता है.
ओर हमारे ग्यानी पंडीत
रामायण की रोचक बाते हमे बताते हि नहि.
क्यु की वो सोचते हे कि
अगर ये सब बता दिया तो पंडीतो का मह्त्व कम हो जायेगा.

रामजी के पुर्वज के बारे
मे थोडी जानकारी
रामजी सुर्यावंशी थे.
सबसे पहेले इन्के पुर्वज
कस्यप अदिति थे.
जिन के पोते क नाम मनु
था..
ओर मनु के पुत्र का नाम इश्वाकु था..
जो इस पुरी
प्रुथ्वी के राजा थे.
ओर इंनके यहा २३ पिढी बाद राजा हरीशचंद्र ने जनम लीया
राजा हरीशचंद्र के पुत्र का नाम रोहित था.
रोहित के पुत्र का नाम व्रिका था.
व्रिका के पुत्र का नाम बाहु थ.
बाहु के पुत्र का नाम सगर था.
राजा सगर के आखरी पुत्र का नाम अस्मंजस था. राजा सगर के बकी के सारे पुत्र
कपिल मुनि के श्राप से भस्म हो गये थे. जिसका वर्णन रामयण मे विस्तार से है.
अस्मंजस के पुत्र का नाम अंसुमान था.
अंसुमान के पुत्र का नाम दिलिप था.
दिलिप के पुत्र का नाम भगिरथ था. ये वही भगिरथ है जिनो ने भगवान शिव,ब्रम्हा, ओर गंगाजी कि कठोर तपस्या कर के
गंगाजी को प्रुथ्वी पर लाये थे.
भगिरथ के ११ पिढी बाद इन्के यहा राजा
रघु ने जन्म लिया.
ये वही रघु है जिंन्के
नाम से कहा जाता है “ रघुकुल रीत सदा चली आयी, प्राण जाये पर
वचन नही”
रघु के पुत्र का नाम अज था.
अज के दशरथ ओर दशरथ के श्रीराम
श्रीराम के लव ओर कुश थे.
कुश के पुत्र का नाम अतिथी था. लव के पुत्र का नाम पुस्य था
अतिथी कि १४ पिढी के बाद आखरी पिढी का नाम स्रुतायु था.
पुस्य के १२ पिढी के बाद आखरी ब्रिहदबल का जन्म हुआ जो महाभारत के युध्ध मे
मारे गये थे.
वैसे प्रभु श्रीराम के पुरे वंश कि जानकारी
विस्तार सह इस विडियो मे है. जिसमे सभी के नाम बताये गये है
इतनी जानकारी हमे पता है प्रभु श्रीरामचंद्रजी
के वंश एव् सुर्यवंश के बारे मे
धन्यवाद
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