क्या आप जानते है के
लक्ष्मणजी कि पत्नी उर्मिला के बारे मे. .?
मेरे
प्रिय भाइ एवम बहेनो सिर्फ जय श्रीराम या हर हर महादेव या जय हनुमान कहेने से धर्म
का प्रचार नही होता. हम क्या तब तक किसी को हमारे धर्म के बारे मे बतायेगे जब हमे
खुद हमारे धर्म का पुरा ग्यान नही है. हमारे धर्मग्रंथ दुनिया मे सबसे बडे ओर महान
है. पर टेक्नोलोजी के इस जमाने मे हम सिर्फ उतना ही जानते है जितना टि.वी. ओर सिरियल
मे दिखाते है. मे ये नही कहेता के हमे पुरी जानकारी होनी चाहिये.. पर इतना तो पता
होना चहिये के कोइ यदि 10 सवाल करे रामायण या महाभारत के बारे मे तोह कम से कम 5
सवाल के जवाब हमे आते होना चाहिये. बस यही सोच कर रमायण एवम महाभारत कि वो बाते जो
कीतबो मे नही लिखि गयी वो आपके सामने रख रहा हु.
उर्मिला
माता सीता कि छोटी बहन थी. कहेते है जब लक्ष्मणजी प्रभु
श्रीरामजी के साथ वनवास जाने लगे तब उर्मिलाने भि लक्ष्मणजी के साथ वनवास जाने कि
जिद की. तब लक्ष्मणजी ने समजाया के उनके जाने के बाद माता कि सेवा करना उर्मिला की
जिम्मेदारी है. लेकिन उर्मिला मानने को तैयार नही थी. ओर लक्ष्मणजी ने उर्मिला को
बताया के अगर वो साथ चलेगी तोह प्रभु श्रीराम ओर माता सीता कि सेवा नहि कर सकेगे
लक्ष्मणजी. ओर जाते समय उर्मिला फिर साथ मे चलने कि जिद ना करे इस लिये
लक्ष्मणजी
ने उर्मिला को पानी लाने को कहा. जब तक उर्मिला पानी लेके आयी उस से पहेले
लक्ष्मणजी वनवास को निकल जाते है. ओर उर्मिलाजी वही अपने कक्षके बाहर 14 साल तक
हाथ मे पानी लिये खडी रही ओर लक्ष्मणजी कि राह देखती रही. तभी से जाते समय आज भी
किसी भी गाव मे देख सकते है के जाते समय कोइ पानी का कहे तो लोग पानी पिके जाते
है.
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