Friday, 24 July 2015

क्या आप जानते है के श्रीरामजी कि वानर सेना मे कोन कोन थे?


क्या आप जानते है के श्रीरामजी कि वानर सेना मे कोन कोन से देवता ओर गंध्रर्व के पुत्र थे?



मेरे प्रिय भाइ एवम बहेनो सिर्फ जय श्रीराम या हर हर महादेव या जय हनुमान कहेने से धर्म का प्रचार नही होता. हम क्या तब तक किसी को हमारे धर्म के बारे मे बतायेगे जब हमे खुद हमारे धर्म का पुरा ग्यान नही है. हमारे धर्मग्रंथ दुनिया मे सबसे बडे ओर महान है. पर टेक्नोलोजी के इस जमाने मे हम सिर्फ उतना ही जानते है जितना टि.वी. ओर सिरियल मे दिखाते है. मे ये नही कहेता के हमे पुरी जानकारी होनी चाहिये.. पर इतना तो पता होना चहिये के कोइ यदि 10 सवाल करे रामायण या महाभारत के बारे मे तोह कम से कम 5 सवाल के जवाब हमे आते होना चाहिये. बस यही सोच कर रमायण एवम महाभारत कि वो बाते जो कीतबो मे नही लिखि गयी वो आपके सामने रख रहा हु.
 


जामवंत :- श्रीरामजी कि सेना मे सबसे व्रुध्ध ओर सबसे बुध्धिमान जामवंतजी थे. ये ब्रह्माजी के ओरस पुत्र थे. जामवंतजी के बडे भाइ का नाम धुम था. ओर इन्होने देवासुर संग्राम मे देवताओ की ओर से लडे थे. हनुमानजी को खोयी हुयी शक्ति ओर बल को इन्होने ही याद दिलाया था.


सुग्रिव :- सुग्रिव  सुर्य के पुत्र थे. ये बाली के भाइ थे. ओर बाली के मरने के बाद ये किसकिंधा के राजा बने. ओर सारी वानर सेना के राजा थे,
 अंगद :- अंगद इंद्र का नाती था. ओर बाली का पुत्र था.
नल ओर निल :- ये दोनो भाइ विश्वकर्मा के पुत्र थे.
श्वेत ओर ज्योतिमुख :- ये दोनो भाई सुर्यदेव के ओरस पुत्र थे.
हिमकुट :-  हिमकुट  वरुणदेव का पुत्र था.
यमराज के पुत्र:- रामायण मे श्रीराम कि सेना मे यमराज के पांच पुत्र थे. गज,गवाक्श,गवय, गंधमानय ओर श्रर्ब्ध थे.
मनिंद्रा ओर द्वीप :- ये दोनो भाइ थे, ओर ये दोनो अश्विनीकुमार के पुत्र थे.
अश्विनीकुमार के  दो पुत्र महभारत मे भी थे जो पांडु पुत्र नकुल ओर सहदेव थे.
केसरी :- केसरीजी हनुमानजी के पिता थे. ओर वे ब्रहसपति के पुत्र थे.
इसी तरह से कइ देवता ओर गंधर्वके पुत्रो ने वानर के रुप मे जन्म ले कर श्रीरामजी के युध्ध मे भाग लिया था.


 

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